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Monday, 13 May 2019

प्रेम पत्र भाग-२

Photo-Google


बेटा गुलकंद
तुम्हे मेरी ओर से प्याज के बोरी में भर-भर के सवा एक बोरी लानत!

तुम जो पिरेम पत्र फूलगोभिया के लिए लिखे थे उ  मिला हमको,और उसे पढ़ने के बाद हमने उसके उतने हीं टुकड़े किये जितने 1971 के युद्ध में पाकिस्तान के हुए थे।तुम्हारे पिरेम पत्र को देखते हीं मन में एक बात हिला कि तुम्हे जूतों की माला पहनाकर,तुम्हारे जैसे गधे के ऊपर एक गधे को बैठाकर (क्योंकि तुम इतने बड़े गधे हो कि तुम्हें गधा भी अपने ऊपर नहीं बैठाएगा)और तुम्हें लठियाते हुए पूरे कटहल पुर में घुमाएँ।उस पिरेम पत्र में तुमने जिस तरह से अपने पिरेम को बयाँ किया है उसे पढ़कर मेरे आंखों में खून उत्तर आये जिस कारण मुझे खून की कमी हो गई और 3 लीटर खून चढ़ाना पड़ा है।

उस पिरेम पत्र को पढ़ते हीं फूलगोभिया के पाँचों भाइयों को लाठी देकर उन्हें लठैती सिखाने लगा हूँ।जल्द ही वे तुम्हें कूटते हुए पाए जाएँगे।उससे पहले कि वो तुम्हारे पास पहुँचे,तुम उनके पहुँचने से पहले हीं तेल-उल लगा के देह मजबूत कर लो या ऊ आयरन मैनवा जैसन कुछ बॉडी में आयरन फिट करवा लेना नहीं ओ इतना लाठी लगेगा कि हर बार बैठते-उठते फूलगोभिया के जगह उसके पांचों भाइयों को याद करोगे,और हाँ इस बात की सजा सिर्फ तुमको हीं नही मिलेगी, फूलगोभिया का भी  पीठ बेल्ट से बामें-बाम कर दिए हैं।

शादी-ब्याह के ये जो सपना देखे रहे हो तुम उसमें सबसे पहले जाकर अपना जात पता करो और अगर तुमसे पता नहीं हो पायेगा तो बताना हम जात-पात विशेषज्ञ रवीश कुमार को भेज देंगे तुम्हारे घर वो तुम्हारा जात पता कर देंगे।

ये जो तुम हमारी बेटी फूलगोभिया से चुपके-चुपके फिक्सिंग करना चाहते हो तो सुनो, तुम कोई मुंबई इंडियंस हो नहीं कि हमारी बेटी चेन्नई सुपर किंग्स बन के तुमसे फिक्सिंग कर लेगी और  न हीं तुम्हारे बापू अंबानी हैं कि तुम्हारे लिए वो हमारी बेटी को फिक्स कर देंगे।तो जबतक अपना वचन तुम पूरा नहीं करते हो  तबतक याद रखो और हमारी बेटी से उतनी हीं दूरी बनाये रखो जितनी दूरी राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल बनाये हुए थे गठबंधन के मामले पर।वरना ऐसा मुक्का मारेंगे की नाम से गुल अलग गिरेगा और कंद अलग।

अगर तुम्हारा पिरेम सच में सच है तो तुमको हमारी दो तीन बातें माननी पड़ेंगी जो मोदी जी से संबंधित होंगी-
पहला ये कि अजय देवगन को देखकर जो तुम विमल गुटखा खाकर,दाने-दाने में केसर का स्वाद लेते हुए सड़कों और दीवारों पर थूककर केसरिया करते जाते हो।उस आदत को बदलकर तुम्हें साफ-सफाई पर ध्यान देना होगा।
चूँकि हम मोदी के भक्त हैं तो तुम्हें भी अपने नाम के आगे चौकीदार लगाना होगा।

"और हाँ जो वचन के बारे में तुम अपने पिरेम पत्र में कह रहे थे उसे तो पूरा हीं करना होगा,हर हाल में"।

अब तो श्री राहुल गान्धी जी भी कह रहे हैं कि जीतेगा तो प्रेम हीं, लेकिन अगर उपरोक्त बातों को माने बिना अगर अगली बार कोई भी पिरेम पत्र मेरे द्वार तक पहुंचा तो,समझ लो कि तुम मुझे अमरेश पूरी के अवतार में देखोगे। और हाँ मान लो कि ई सनीमा तो है नहीं और तुम हीरो हो नहीं तो याद रखना शरीर पर इतना लाठी बजरेगा(पड़ेगा) कि बिना ओरचल खटिया जैसन ढीले पड़ जाओगे।।


अंत में एकबात याद रखना बेटा कि ई धमकी के बाद अगर तुम्हारा पिरेम पत्र आये या न आये लेकिन केंद्र में "आएगा तो मोदी हीं"।

तुम्हारी प्रेमिका का खतरनाक पिता और तुम्हें पीटने केलिए बेताब...
तरबूजा सिंह
ग्राम-लाठीपुर, जिला-संग्रामगंज
चुकंदर प्रदेश का निवासी

6 comments:

  1. गरदा उड़ा दिए मारुत जी एकदम मूड लहरिया गया पढ़ के अब कहानी आगे बढाते रहिये बियाह तो होइए जाएगा फुलगोभिया का तरबूजा केतनो रोड़ा अटकाए।

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    1. बहुत शुक्रिया, प्रमित बाबू

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  2. Jabardast ������

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  3. धन्यवाद आपका।

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  4. Bahut hi anokha prem kahaani hai...
    Everything is Unique!!!
    Jhakkas

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